वो पास नहीं है मेरे क्या ये भी कोई गम है | हिंदी शेर | हिंदी कविता | हिंदी दर्द भरे शेर
वो पास नहीं है मेरे क्या ये भी कोई गम है | हिंदी शेर | हिंदी कविता | हिंदी दर्द भरे शेर
वो पास नहीं है मेरे क्या ये भी कोई गम है
वो निगाहों से दूर है तो | क्या
उसे छु नहीं सकता हाथो से तो | क्या ...
वो रहता है दिल के पास
क्या जीने के लिए ये वजाह कम है .....
वो पास नहीं है मेरे क्या ये भी कोई गम है
अरे यारो कोई जाकर कहदे उनसे
मोहबत हुई है हमें उनसे
अब कुछ भी नजर नहीं आता
अब कुछ भी हमे नहीं भाता
पागल हुए है प्यार मई उनके
क्या ये पागल पंन्ति थोड़ी कम है
वो पास नहीं है मेरे क्या ये भी कोई गम है
लेखक : यतेन्द्र सिंह
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