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Thursday 10 December 2015

हिंदी कविता - फिर एक बार | हिंदी शेर ओ शायरी



हिंदी कविता - फिर एक बार | हिंदी शेर ओ शायरी 

हिंदी कविता - फिर एक बार | हिंदी शेर ओ शायरी
हिंदी कविता - फिर एक बार | हिंदी शेर ओ शायरी




उफन ने दो उस दरिया को
अपने लहू में
जलने दो सासों को
अपने सीने में
वक्त आयेगा जब हवाए
किनारे की तरफ चलेगी
वक्त आयेगा जब पसीने की बदबू
खुशबू बन हवाओ में उड़ेगी
इसलिए निराश न होना
कभी आश न खोना
फिर नई सुबह ,इस काली
रात के सीने को चीर उठेगी |
फिर एक बार
सुनहरी धूप तुम्हारे आंगन को
खुशियों से भर देगी
फिर एक बार
तू उठ खड़े होने का जजबा तो दिखा
भूल जा सभी गिले सिकवे और
कठनाई , समस्याओ को गले तो लगा
वक्त झूम कर विखेर देगा खुशिया
तेरी राहों में, तू फिर एक बार
अपने खामोश कदमो को आगे तो बढ़ा
सफलता गायेगी गीत तेरे
तू फिर एक बार
दिल से गुनगुना के तो दिखा
असमा दिखने में बड़ा है तो क्या
वो सिमट जायेगा तेरी बाहों में
तू फिर एक बार
चाहत की बाहे फैला के तो दिखा
तू फिर एक बार ..................|

लेखक :- यतेन्द्र सिंह

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हिंदी कविता प्यार | हिंदी शेर शायरी



 हिंदी कविता प्यार | हिंदी शेर शायरी 

हिंदी कविता प्यार | हिंदी शेर शायरी
हिंदी कविता प्यार | हिंदी शेर शायरी


प्यार वो दवा है
जो सूखे पत्ते को हरा कर दे |
बुझते चरागों में नई
रोशनी भर दे |
वक्त की कटार ने जिन लोगो
को किया है घायल
प्यार है वो मरहम जो
हर घाव को पल में सफा कर दे |
प्यार वो दवा है
जो सूखे पत्ते को हरा कर दे |
प्यार पाना इतना आसान नहीं होता
जो किसी का प्यार पाते है
बुरा वक्त उनके साथ नहीं होता
गर उनकी किस्मत में लिखा भी हो कुछ बुरा
तो प्यार है वो ईस्वर जो
हर बुरे पन्ने को सफा कर दे
प्यार वो दवा है
जो सूखे पत्ते को हरा कर दे |.......

लेखक :- यतेन्द्र सिंह

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हिंदी कविता | hindi sher or shayri



हिंदी कविता | hindi sher or shayri

हिंदी कविता | hindi sher or shayri  

जिन्दगी

जिन्दगी के हर पल को तू
मुस्कुरा के जीना सीख ले
जीना है | अगर, तो गमो को तू
गीत गाके पीना सीख ले |
जिन्दगी के हर पल को तू
मुस्कुरा के .................|
जिन्दगी की राहों में कोई साथी
मिले न मिले मगर तू
इन राहों को तू तनहाई के साथ चलना सीख ले |
जिन्दगी के हर पल को तू
मुस्कुरा के .................|
वक्त किसी के दिल को वे
जख्म नहीं छोड़ता , गर
तेरे दिल में है जख्म कोई
तो तू इन्हें मुस्कुरा के सीना सीख ले |
जिन्दगी के हर पल को तू
मुस्कुरा के .................|
जिन्दगी का हर पल बहुत सुनहरा होता है
जिनके पास नहीं होते ये पल उन्हें ये पता होता है
इसलिए लगा गले तू हर खठे मीठे पल को
गर तू नहीं कर पाया तो कुछ खो जायेगा
गर तू कर पाया तो हर पल में मुस्कुरायेगा
और जिन्दगी को तू जीना सीख जायेगा |
                                         लेखक : - यतेन्द्र सिंह

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शायरी के नाम पर, कलयुग के भूत | hindi kawita | hindi sher | shayri





hindi kawita | hindi sher | shayri  

शायरी के नाम पर, कलयुग के भूत
किसी गन्दे शायर की गन्दी शायरी के दूत
जब आयेगा मैदान में
तो गीला , पीला हो जायेगा
किसी धूर्त के धूर्त |
                                         लेखक : - यतेन्द्र सिंह

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