शायरी के नाम पर, कलयुग के भूत
किसी गन्दे शायर की गन्दी शायरी के दूत
जब आयेगा मैदान में
तो गीला , पीला हो जायेगा
किसी धूर्त के धूर्त |
लेखक
: - यतेन्द्र सिंह
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